आम पर कविता | Poem on Mango in Hindi

भारत में फलों का राजा कहे जाने वाले आम की पूरे देश में एक अलग ही पहचान रखता है आज आम पर कविता आप के लिए लाए है। Mango Fruits के स्वाद पर सभी लोग दीवाने है ये फल बच्चो को बहोत पसंद है क्योंकि Aam देखने में Yellow Colour के होते है। बसंत ऋतु के गर्मी मौसम में ये Mango Tree पे जब कोई आम कच्चे से पक जाते तो आम बहोत मीठा स्वाद देता है जिसे बूढ़े जवान बच्चे बड़े ही अंदाज में खाते है। Nursery बच्चे भी Mango Fruit Rhymes Hindi Video बड़े ही कमाल से देखके आनद लेते है। 
आम पर कविता हिन्दी शायरी best short poem on Mango in Hindi Shayari Sms Photo Images png quotes



मीठा आम कविता | Poem on Mango Fruit in Hindi


स्वाद में खट्टा मीठा आम 
बात है इसमें कोई खास 
हर कोई देख इसे ललचाये 
बिन खाये फिर रह जा पाये 
गर्मी के मौसम में आता 
फलों का राजा कहलाता!

आम फलों का राजा है कविता | Short Poem On Mango in Hindi


फलों का राजा आया आम 
खट्टे मीठे प्यारे आम 
कच्चे होते खट्टे आम 
दाल मे डालो कच्चे आम
भून के खाओ कच्चे आम 
पके खाओ तुम मीठे आम
काट -बाँट कर खाओ आम
उपवन मे गुच्छो मे आम।

गर्मी मे तरोताजा करता
प्यारा-प्यारा मीठा आम 
चटनी और आचार बनाओ
नित दिन खाओ न्यारे आम ।

दिल को खुश करता है आम
जन-जन को मन भाता आम
छोटे -बड़े मिलत हैं आम
भाँति-भाँति स्वादिष्ट हैं आम
रस अरूस्वाद निराला आम 
जन- जन का है प्यारा आम
बच्चे इसे प्रेम से खाते 
मम्मी पापा भी हरसाते 

Mango Rhymes For Nursery in Hindi



Mango Small Poem in Hindi | Hindi Poem on Mango for Class 1


कहते हैं इसको फलों का राजा
इस से बनता है स्लाइस और माज़ा
खाओ इसको ठंडा ठंडा
यही है असली मिठास का फंडा
इसका चाहे शेक बना लो

चाहे आइसक्रीम बना के खालो
चाहो तो गुठली को मिटटी में डालो
और इसका पेड़ लगा लो
कच्चा हो तो आचार बना लो
पका हो तो जूस बना लो
बूझो बूझो कौन है ये?
हाँ है ये वही रसीला आम
-अनुष्का सूरी

आम पर शायरी | Shayari on Mango in Hindi

मीठा आम कभी कच्चा नहीं होता...
और...
बाबू ने थाना थाया वाला प्यार...
कभी सच्चा नहीं होता.

Mango Tree Poem in Hindi | Poems in Hindi for Mango


 वो अमिया की बौर देख, 
 मन में फल की आस जगाना..
 राह चलते पेड़ो पर, आमों को ताड़, 
 हरे से पीले रंग की कल्पना करते जाना, 
 बचपन के वो रंगीन अनुभव बनकर याद हैं.. 
 ये आम नहीं, बहुत ही खास है..

 वो कच्चे कैरी की चाहत में, 
 बीच दोपहर पेड़ो पर निशाने लगाना, 
 आहट पाकर किसी के आने की ,
  बटोर कर वो चोरी के आम, भाग जाना..
  बचपन की वो खट्टे मीठे अनुभव बनकर याद हैं, 
  ये आम नहीं, बहुत ही खास हैं.. 

  पापा का वो मेरी पसंद वाला आम लाना,
  फिर भाई बहन के बीच, 
  माँ के आम्र आबंटन प्रक्रिया में, 
  मुझे अतिरिक्त आम मिल जाना..
  और भैया का होकर उदास मुँह बनाना, 
  वो मीठे रसीले अनुभव बनकर याद हैं..
  यह आम नहीं, बहुत ही खास है..
  अब भी रसीले आम आते हैं... 
  अब भी कैरी मन को भाती है...
   पर पहले सी मिठास ना मिल पाती है.. 
   बचपन का वो आम अनुभव बनकर याद है.. 
   ये आम नहीं, बहुत ही खास है... 
    - सपना चौधरी चंचल 

उम्मीद करता हु आप इस ग्रीम ऋतु के मौसम आम का स्वाद जरूर चलेंगे और अपने परिवार के सभी सदस्यों को आम खिलेंगे । अगर आप से हो सके तो एक Mango Tree का पेड़ अपने आंगन में जरूर लगाएं।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने