टाइम समय पर कविता | Poem On Time In Hindi

आज के समय मे सभी अपनी निजी जीवन को अच्छे से जीने के लिए दिनों रात मेहनत मजदूरी कर रहे रहे हैं। समय जो कि बहोत तेजी से गुजर रहा ह ऐसे में आप को अपना टाइम सही से उपयोग करना चाहिए। समय पर कविता जो आप अपने बचपन के समय पड़ा करते थे वो आज आपको बहोत अच्छा लगता है। यानी आप Time पर जो Kavita होती है उसे पसंद करते है। Time Importance पर हमें नजर रखनी चाहिए ताकि हम अपना समय सही से उपयोग कर सके। आप आपको कुछ Time के ऊपर Poetry मिलेगी जिसे आप अपने मित्रों के साथ आनंद ले सकते हो।
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Poem On Basant Panchami In Hindi 2021

समय पर कविता | Poem On Time In Hindi

"समय"

मैं तो केवल एक तथ्य हूं
सदियों से बदनाम हुआ हूं ,
किसी एक के नही सभी के 
हाथों से मै छला गया हूं ।

भला ,बुरा ,बीता और गुजरा 
दगाबाज धोखा देता हूं ,
कभी किसी का नहीं हुआ 
हरदम ये सुनता रहता हूं ।

बिना किसी उपनाम के मेरी 
अपनी कोई पहचान नहीं है ,
रोया और हंसा इकले ही 
तुमको ये भी ज्ञात नहीं है ।

सदियों इतिहासो में दबकर
तेरे हाथो पलटा जाता हूं ,
भला बुरा सुनता रहता हूं 
पर फ़िर से वापस आता हूं ।

मै तो सिर्फ 'समय ' हूं तेरा 
कभी नहीं बीता करता हूं 
मेरी तो पहचान तुम्हीं हो 
मैं तुमसे कब जीता करता हूं ……!!
Sunita Gupta


Short Poem On Time In Hindi


समय का सबसे कहना है,
जीवन चलते रहना है,
इसकों मत बर्बाद करो,
सदा काम की बात करो।

समय पे सोना समय पे जागना,
समय पे खाना समय पे खेलना,
फिर आज का काम कल पे क्यों टालना,
मनन करो समय का नमन करो।

कल कल नदियाँ बहती है,
हर-पल सबसे कहती है,
जीवन बहता पानी है,
रुकना मौत की निशानी है!


समय का महत्व पर कविता

समय गति कभी मधुर सुबह कभी संध्या हैं
कभी प्रभात चमक कभी भयावह अन्धकार है 
कभी जीत ध्वज तो कभी हार नैतिक मूल्यों की है
कभी मूल्यों की हार सी तो कभी साथ का प्रतीक हैं।

समय गति कभी मधुर सुबह कभी संध्या हैं
कभी एकता की झलक तो कभी तकरार हैं
कभी नित घटित प्यार तो कभी यादे साथ है
कभी वर्तमान की मार तो कभी आज का प्रहार हैं

समय गति कभी मधुर सुबह कभी संध्या हैं
कभी ये हँसी-ठिठोली तो कभी परेशानियां हैं
कभी मिलन समय का तो कभी पीड़ा बिछोह हैं
कभी बरसता सावन तो कभी दुख की पीड़ा है

समय गति कभी मधुर सुबह कभी संध्या हैं
कभी कर्मों का मेला तो जीवन झमेला हैं
कभी राम’सी मूरत तो कभी कृष्ण अलबेला हैं
कभी चिंतन बहुत तो कभी बेपरवाही अपार हैं।
समय पर कविताये Samay Par Kavita

समय का पहिया चलता जाए ,
कभी धुप तो छाँव ये लाये ,
चेतन रहता सदा किसान ,
बोया बीज , सजा खलियान ।

समय पे वाहन आते जाते ,
मंजिल पर सबको पहुंचाते ,
समय का करता जो अपमान ,
होता उसका हा नुक्सान ।

 समय पर कविता!  Poem On Time In Hindi


समय बड़ा बलवान है भाई,
समय बड़ा बलवान,
इसके आगे टिक नहीं पातें बड़े बड़े विद्वान,

समय के मर्म की जिसने जाना,
समझो जीवन गति पहचाना,
जीवन मैं कुछ पाना है तो,
समय के साथ कदम मिलाना,

समय का पहिया घूमता जाता,
टिक टिक कर के हमें जगाता,
यान हो विमान हो या कोई पैगाम हो,
समय सुनिश्चित होता है तो,
मंज़िल पे हमको पहुंचाता।

सही समय पर काम करो,
उन्नत जीवन का नाम करों,
समय की जिनको है पहचान,
बनते वे व्यक्ति महान,
जीवन उनका सुखमय होता,
पाते सदा मान सम्मान!

टाइम पर कविता! Poem For Time In Hindi


ना जाने वो पल हाथ से कैसे छूट गया
ना जाने कब कैसे कोई अपना रूठ गया

अनजान थी मैं हर एक वो चीज़ से
ना कोई अंदाज़ा रहा और
मेरा ख्वाब यू ही टूट गया
Vuपर अब मुझे समझ आ गया,

ख्वाब दूसरा आ जाएगा
वक़्त लेकिन चला जाएगा
वक़्त ऐसी चीज़ है जो
हँसाएगा ओर रुलायेगा |


यह समय कातिलाना है Romantic Kavita On Time


नजरों को ओट कर दे 
ढक ले अपने चेहरे को 
यूं ही ना भटक गलियों में 
यह समय कातिलाना है 

मिल बैठे थे जो यार चार 
अब कोई नहीं दिखता है 
मिलना-जुलना अभी रहने दे
यह समय कातिलाना है 

गले लगने की कौन कहे
हाथ मिलाने में भी डर लगता है
दो गज दूर ही रह ले
यह समय कातिलाना है 

साये मौत के मंडरा रहे वहां
जहां लोग घुल-मिल रहे
श्रद्धांजलियां जहाँ-तहाँ 
यह समय कातिलाना है 

अकेले ही भाग चल तू
एकांत में रहना ही भला
बड़ा नाजुक दौर समझ ले
यह समय कातिलाना है 

हवा का रुख बदलेगा अव्यक्त 
वक्त लगेगा उसमें कुछ और
धैर्य धर ले इंतजार कर
यह समय कातिलाना है ।

- हेमंत कुमार दुबे अव्यक्त

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उम्मीद करता हु की आप को ऊपर दिए गए Time पर Poem बहुतअच्छा लगा होगा। आप से नीवेदन् है की आप इसी तरह आप इस वेबसाइट के साथ बने रहे और ढ़ेर सारे कविताओं का आनंद ले।
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