योग पर कुछ कविताएँ | 2021 Poem On Yoga In Hindi

Poem Yoga Hindi:- आज की दुनिया मे योग का बहोत महत्व है उसी पर यानी योगा पर कविता इन हिंदी  होनी वाली है। योग एक सही तरह का जीने का विज्ञान है और इस लिए इसे दैनिक जीवन मे शामिल किया जाना चाहिए । हमारे जीवन से जुड़े भौतिक , मानसिक, भावनात्मक , आत्मिक और आध्यात्मिक ,आदि सभी पहलुओ पर काम करता है । व्यावहारिक स्तर पर, योग शरीर ,मैन और भावनाओं को संतुलित करने और तालमेल का एक साधन है ।यह योग या एकता आसन प्राणायाम मुद्रा ,बंध, षट्कर्म और ध्यान के अभ्यास के माध्यम से प्राप्त होती है। तो योग जीने का एक तरीका है अपने आप मे परम उद्देश्य है । 

योग पर कविता।poem on yoga in hindi 2021

योग सबसे पहले लाभ पहुँचाता है बाहरी शरीर को जो ज्यादातर लोगों के लिए एक व्यावहारिक और परिचित शुरुआत है । योग का अर्थ एकता या बन्दना है इस शब्द की जड़ है। संस्कृत शब्द यूज  ,जिसका मतलब है जुडना । योग शरीर, और मन और भावनाओं को संतुलित करता है शारीरिक और मानसिक उपचार योग के सबसे अधिक ज्ञात लाभो में से एक है।

योग पर कविता इन हिंदी । Poem On Yoga In Hindi 2021

योगा को अपनाएं 
अपना जीवन सफल बनाएं
स्वस्थ निरोगी काया 
जीवन कितना निखर आया.
 
मानव को समझाना है 
आलस को दूर भगाना है 
योग स्वास्थ्य की संजीवनी है
अपने तन मन को जगाना है..

योग करे प्राणतत्व का संचार 
भविष्य होगा गुलजार
नित्य जो करे योग का पालन 
देश में करें योग का प्रचार

ध्यान में हो एकाकार 
ज्ञान का होता संचार 
इन्द्रियों को रखे केन्द्रित 
होता ईश्वर से साक्षात्कार .
-डॉ.भावना शुक्ल

 योग दिवस पर कविता। Yoga Divas Kavita in Hindi


अपनाएं योग, भगाओ रोग
सदा रहोगे तुम निरोग
बढ़ाएं हमेशा मनोयोग

योग हमारी पुरानी पद्धति
सदियों पुराना इस का इतिहास

ऋषियों मुनियों ने इसे अपनाया
पूरे जगत में इसे फैलाया
स्वस्थ और दीर्घ जीवन पाया
व्याधियों से छुटकारा पाया

योग हमारी जीवन साधना
आओ करें हम इस की आराधना

संयुक्त राष्ट्र ने इसे अपनाया
दुनिया को जीने का मार्ग दिखाया
योग का महत्व समझाया
फिट रहने का मंत्र सिखलाया

ना कोई पैसा ना कोई दाम
योग के बिना है जीना हराम

आओ हम सब इसे अपनाएं
तन्दरूस्ती और स्वास्थय पाएं
युवा वर्ग को नशे की लत से बचाएं।।
- अशोक शर्मा वशिष्ठ

योगा कर कविता इन हिंदी


भूख लगी है? योगा कर!
काम चाहिये? योगा कर!
क़र्ज़ बहुत है? योगा कर!
रोता क्यों है? योगा कर!

अनब्याही बेटी बैठी है?
घर में दरिद्रता पैठी है?
तेल नहीं है? नमक नहीं है?
दाल नहीं है? योगा कर!

दुर्दिन के बादल छाये हैं?
पन्द्रह लाख नहीं आये हैं?
जुमलों की बत्ती बनवा ले
डाल कान में! योगा कर!

किरकिट का बदला लेना है?
चीन-पाक को धो देना है?
गोमाता-भारतमाता का
जैकारा ले! योगा कर!

हर हर मोदी घर घर मोदी?
बैठा है अम्बानी गोदी?
बेच रहा है देश धड़ल्ले?
तेरा क्या बे? योगा कर!
- राजेश चन्द्र 

योग स्थामा, मधुमेह,रक्तचाप,गठिया,पाचन विकारऔर अन्य विमारियों चिकित्सा के एक शफल विकल्प है खाश तौर से वहाँ जहा आधुनिक विज्ञान आज तक उपचार देने में सफल नही हुआ HIV पर योग के प्रभावों पर अनुसन्धान वर्तमान में आशाजनक परिणामो के साथ चल रहा है चिकित्सा विज्ञानिको के अनुसार योग चिकित्सा तांत्रिक और अन्तः श्रावि तंत्र में बनाये गए संतुलन के कारण सफल होती है। जो शरीर के सभी ओरणालियो को सीधे ओरभवित करती है।योग कहलाती हैं।

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